योग- स्वस्थ जीवन का मूल मंत्र और संजीवनी जीवन शैली
हजारों साल पुरानी भारतीय वैदिक संस्कृति से उत्पन्न योग का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। यह साबित किया जा चुका है कि योग से मानसिक, शारीरिक और आत्मिक तीनों ही रूप से इंसान को फायदा पहुंचता है। योग हजारों साल से चली आ रही है ऐसी परंपरा है जिसने भारत को स्वास्थ्य और अध्यात्म के विषयों में विश्व के बाकी क्षेत्रों में उतने ही पुराने कई सभ्यताओं से कई गुना आगे पहुंचा दिया था।
जैसा कि आप जानते हैं योग हमारे सरकारों की वजह से और हमारे महान गुरुओं की वजह से आज पूरे देश में पूरे विश्व में अपना डंका बजा रहा है। लगभग सभी लोगों ने योग का नाम सुना है अधिकांश लोगों ने योग किया भी है। पर ऐसा बहुत ही कम हुआ है कि योग को लोगों ने पूरी तरीके से समझा है। आज भी लोग योग को सिर्फ एक शारीरिक व्यायाम समझते हैं। पर ऐसा नहीं है अगर आप भी उन्हीं लोगों में से एक है जिनमें योग का नाम तो सुना है परंतु योग की वृहत्ता के बारे में नहीं जानते तो आज का यह ब्लॉग सिर्फ आपके लिए ही है।
आज के इस ब्लॉग में हम योग से होने वाले फायदे और स्वस्थ जीवन स्वस्थ जीवन का मूल मंत्र और संजीवनी जीवन शैली एवं योग के अनेकों प्रकार के बारे में जानेंगे। से आपको योग के बारे में गहराई से पता करने का एक अवसर मिला है। मैं आशा करता हूं कि आप इस ब्लॉग को पूरा पढ़ेंगे।
योग- परिभाषा एवं महत्व:
अधिकांश लोग योग को व्यायाम की एक श्रृंखला मानते हैं। पर योग यहां तक ही सीमित नहीं है। योग का एक बड़ा ही गुढ़ मतलब है। योग संस्कृत के एक शब्द ‘यूज’ से लिया गया है। ‘यूज’ शब्द का अर्थ होता है ‘मिलना’ या ‘बांधना’।
योग का अर्थ है अपनी चेतना को ब्रह्मांड की चेतना से जोड़ना। योग आपको अपने सबसे प्राकृतिक रूप में ले जाता है। शारीरिक मानसिक और आत्मिक रूप से योग आपको इस प्रकृति से या कहा जाए तो ईश्वर के करीब ले जाता है। पुराणों और वेदों के अनुसार योग के द्वारा आत्मा और मन की शुद्धि होती है जिससे मनुष्य के अंदर अध्यात्म मजबूत होता है।
यह माना जाता रहा है कि योग का इतिहास लगभग 5000 साल पुराना है। योग का प्रथम और सबसे पुराना उल्लेख हमें ऋग्वेद में मिलता है। ऋग्वेद में योग को इंद्रि रूपी घोड़े को वश में करने वाला बताया गया है। योग विश्व को भारत की देन है। हमें कई बार यह लेख मिलता है कि योग के द्वारा लोगों ने अपने शरीर अपने मन को स्वस्थ एवं शुद्ध रखा। योग आपके शरीर के विकारों को दूर करने में सहायक है। साथ ही आपके शरीर के मांस पेशियों को मजबूत बनाता है, आपको ऊर्जा देता है और आपको तरोताजा रखता है।
योग के अंतर्गत ही ध्यान और समाधि आती है जो आपके मन को मजबूत ब्रेड और शांत बनाती है। आपकी सामान्य बुद्धि को बढ़ाती है हम लोगों के प्रति आपके संबंधों को भी सुधारने में आपकी मदद करती है।
योग के फायदे:
योग क्या है इसके बारे में आप ऊपर समझ गए होंगे। आइए अब इसके अद्वितीय लाभ के बारे में जानते हैं।
- अवसाद से दूरी: योग के शारीरिक फायदों के बारे में लोगों को जानकारी है। पर क्या आप जानते हैं कि योग का सीधा-सीधा मानसिक प्रभाव भी पड़ता है। नियमित रूप से योग करने से आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और आप तरोताजा महसूस करते हैं। योग के दौरान अपने शरीर को लचीला बनाते हैं आपके हृदय गति तेज रहती है और गहरी सांसों का नियमित रूप से प्रवाह चलता रहता है। इससे हमारा दिमाग भी प्रभावित होता है। दिमाग तक अच्छे से खून पहुंचने के कारण दिमाग ज्यादा अच्छे तरीके से काम करता है। हम खुश रहते हैं और ज्यादा बेहतर तरीके से हमारी जिंदगी के फैसलों को ले पाते है। नियमित रूप से योग करने से लोगों में अवसाद की भारी गिरावट देखी गई है।
- थकान से छुटकारा: मेडिकल स्टडीज के मुताबिक यह देखा गया है कि नियमित रूप से योग करने से लोगों में थकान की भारी कमी हुई। योग हमारे शरीर के स्नायु तंत्र और मांसपेशीयों को मजबूत करता है। यह हमारे शरीर में ऊर्जा का संचार करता है और हमें अधिक प्रोडक्टिव बनाता है। हमें थकान कम होती है और हम ज्यादा अधिक देर तक काम कर सकते हैं।
- शारीरिक फिटनेस: योग करने का शायद सबसे प्रत्यक्ष लाभ फिटनेस ही है। योग के आसन और प्राणायाम शरीर को लचीला, मजबूत और वसा मुक्त बनाते हैं। यह शरीर के संतुलन को बढ़ावा देता है। साथ ही आपके शरीर के पाचन तंत्र को मजबूत करता है। योग में आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने हाथों की मजबूती को बढ़ाने तथा शरीर का संतुलन बनाने के लिए अनेकों आसन बताए गए हैं। प्राणायाम के द्वारा विभिन्न मुद्राओं आसपास के नियमित चलन से शरीर के अंदरूनी अंग ज्यादा बेहतर तरीके से काम करते हैं।
- ब्लड प्रेशर में लाभदायक: योग को अपने दिनचर्या का हिस्सा भला मेरे पर आपके शरीर में वसा कम होता है यह शरीर का तंत्र अधिक सुचारू रूप से काम करता है। शरीर में वसा के अधिक जमा हो जाने पर ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों का खतरा हमेशा बना रहता है। योग के माध्यम से आप ब्लड प्रेशर को बहुत ही अच्छे तरीके से काबू में रख सकते हैं।
- अच्छी नींद: नींद ना आना आज के समय में एक बहुत ही आम बीमारी हो गई है। अच्छी नींद आपको आपके दिनचर्या के सारे कामों को करने में मदद करती है। यह आपके मन, दिमाग और शरीर को लगातार ऊर्जा देती रहती है। नींद का ना आना हमारी रफ्तार भरी जिंदगी से होने वाले तनाव का नतीजा होता है। हमारे व्यक्तिगत जीवन की समस्याओं का भी नींद पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। योग करने से हमारा मन अवसादो से दूर रहता है। तनाव में योग बहुत लाभकारी है। आता नियमित रूप से योग करने से व्यक्ति को जल्दी और गहरी नींद आती है।
- महिलाओं के लिए उपयोगी योग: महिलाओं को होने वाले मासिक धर्म में योग बहुत फायदेमंद साबित होता है। योग करने से पीसीओडी, रजोनिवृत्ति, और महिलाओं की यौन संबंधी समस्याओं का निवारण होता है।
- याददाश्त में वृद्धि: जैसा कि हमने बताया कि नियमित रूप से योग करने से आपके दिमागी संतुलन और दिमागी ताकत में वृद्धि होती है। इससे आपके स्मरण शक्ति पर भी प्रभाव पड़ता है। योग आपके स्मरण शक्ति को बढ़ाता है और आपको छोटी से छोटी बातों को याद रखने में मदद करता है।
योग के प्रकार:
अधिकांश लोग योग के किस रूप को जानते हैं वह संपूर्ण में योग नहीं है। योग के व्यायाम श्रृंखला को हम सिर्फ योग के प्रकार ‘हठ योग’ में रखते हैं। आज हम आपको योग के और भी प्रकारों से अवगत कराएंगे।
- अष्टांग योग या पावर योग: अष्टांग योग योग का एक मुख्य प्रकार है जिसमें शारीरिक और मानसिक योग का उल्लेख है। इसके अंतर्गत 8 प्रकार के योग आते हैं जो इस प्रकार हैं।
- यम
- नियम
- आसन
- प्राणायाम
- प्रताहारा
- धारणा
- ध्यान
- समाधि
अष्टांग योग करने से हमारे शरीर में लचीलापन मजबूती और संतुलन आता है।
- विक्रम योग या हॉट योग: इस योग में खुद को गर्म कमरे में बंद किया जाता है। विक्रम योग में 26 प्रकार के आसन होते हैं जिन्हें बारी-बारी से करके शरीर के स्नायु तंत्र को जागृत किया जाता है। गर्म कमरे की वजह से शरीर से पसीना बाहर आता है जिससे हमारा शरीर भीतर से स्वच्छ होता है। ध्यान रहे कि इसमें कमरे का तापमान 35 डिग्री से 38 डिग्री तक होता है।
- हठ योग: यह योग का सबसे सामान्य प्रकार है जिसे विश्व के ज्यादातर लोग जानते हैं। अनेकों प्रकार के आसन है जिन्हें बारी-बारी से करना होता है। कई आसनों का अपना खुद का समूह है। जैसे सूर्य नमस्कार।
- इंटीग्रल योग: इस योग में ध्यान, जप, तप, समाधि आदि चीजें शामिल है।
- अयंगर योग: इस योग से आपके शरीर को संतुलन बनाने में मदद मिलती है आप लंबे समय तक एक ही आसन में रह सकते हैं।
- कुंडलिनी योग: यह योग सांसो और मुद्राओं का समावेश है। इससे शरीर में मौजूद कुंडलिनी चक्र को जागृत किया जाता है। है कि नियमित रूप से इस योगा को करने पर शरीर की ऊर्जा निचले भाग से ऊपर की तरफ आती है जो बहुत ही फायदेमंद है।
- विनियोग: योग के इस प्रकार में सांसो और आसनों का समावेश होता है। आसनों को करने के साथ-साथ सांसो की गति पर भी ध्यान रखना होता है ताकि इसका अधिक से अधिक लाभ उठाया जा सके।
योग के नियम:
योग को शुरू करने से पहले यह जरूरी है क्या प्रयोग करने के नियमों को अच्छी तरीके से जाने ले। यह ना जाने पर हो सकता है कि आपको कई दुष्प्रभावों का सामना करना पड़े।
- योग करने से पहले अपने शरीर, अपने मन अपने आसपास सफाई का ध्यान रखें।
- योग हमेशा किसी शांत वातावरण में ही करें।
- योग खाली पेट ही करें। अगर किसी कारणवश आप कमजोरी का अनुभव कर रहे हैं तो गर्म पानी में थोड़ा शहद मिलाकर उसे पिएं।
- योग हमेशा खाली पेट ही करें। सुबह उठने के बाद नित्यकर्म करके ही योग आरंभ करना चाहिए।
- योग के लिए आरामदायक कपड़े पहने।
- किसी बीमारी की सूरत में इसे ना करें। किसी गंभीर बीमारी या दर्द के होने पर योग शुरू करने से पहले डॉक्टर से जरूर पूछें।
- योग आराम आराम से ही करना चाहिए इसे जल्दबाजी में बिल्कुल भी ना करें।
- सांसों की प्रक्रिया किसी योग एक्सपोर्ट की बिना ना करें।
- अभ्यास करने के 20 से 30 मिनट के बाद ही खाना खाएं या नहाएं।
- न्यू को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने पर ही आपको इसका सर्वाधिक फायदा होगा।
सारांश:
पूरा विश्व आज भारत की पुरानी सांस्कृतिक धरोहर योग को अपना रहा है। ऐसे ना बहुत जरूरी है कि योग के विषय में हम सब को अधिक से अधिक पता होना चाहिए। योग जैसा कि लोग समझते हैं सिर्फ शारीरिक व्यायाम नहीं है बल्कि यह मानसिक और आत्मिक रूप से भी आप को मजबूत करता है।
इस ब्लॉग में हमने योग और उसके महत्व के बारे में जाना। साथिया मैंने यह जाना कि योग के कितने फायदे हैं और योग के कितने प्रकार हैं। श्रीमद भगवत गीता में कर्म योग भक्ति योग और सांख्य योग जैसे तीन और योग का उल्लेख है। आशा करते हैं कि यह ब्लॉग आप को पसंद आया होगा और इससे आपकी कुछ जानकारी बढ़ी होगी।
धन्यवाद।
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