करेला एक ऐसी सब्जी है, जो भले ही कड़वी होती है लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण और लाभदायक साबित होती है। इसमें कैल्शियम, विटामिन, मैग्नीशियम, फास्फोरस और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत अधिक होती है। यहां हम बात करने वाले हैं करेला जूस के फायदे और नुकसान के बारे में, जिसकी जानकारी होना बहुत आवश्यक है।
करेला जूस को बालों में लगाना फायदेमंद होता है, जो डैंड्रफ यानी कि रूसी को जड़ से खत्म कर देती है। आप चाहे तो करेले के जूस में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
डायबिटीज के मरीजों के लिए करेला जूस बेहद फायदेमंद होता है। कि करेला कड़वा होता है, इसलिए इसमें शुगर लेवल को कम करने की क्षमता होती है।
करेले में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। कीड़े से बचने के लिए भी करेले के जूस का सेवन किया जाता है। इसे जड़ से खत्म करने के लिए करेले के जूस बेहद फायदेमंद होते हैं।
करेला जूस के साथ मधु और तुलसी के रस का मिश्रण तैयार कर इसका सेवन करने से गले बैठने और गले के सूजन से संबंधित समस्या से छुटकारा मिलता है।
ऊपर जैसा कि आपने करेला जूस के फायदे के बारे में जाना, अब हम बात करेंगे इसके नुकसान के बारे में। करेला जूस के नुकसान निम्नलिखित हैं –
डायबिटीज के मरीजों के लिए करेला जूस का सेवन करना फायदेमंद है लेकिन जिन लोगों का डायबिटीज लेवल कम है यानी कि जिन्हें शुगर की समस्या नहीं है, उन्हें ज्यादा मात्रा में करेले के जूस का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से हमारे शरीर में हीमोलिटिक एनीमिया का खतरा बढ़ सकता है।
करेला जूस का सेवन लगातार और अधिक मात्रा में करने से पेट दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि एक निश्चित मात्रा में ही करेले का सेवन करें अन्यथा पेट संबंधित गड़बड़ी हो सकती है।
हम उम्मीद करते हैं कि आज की यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद रही होगी। मने, आयुर्वेद सही है की टीम के रूप में, इस क्षेत्र के विशेषज्ञों से करेला जूस के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी एकत्र की है। अगर आपके लिए यह जानकारी लाभप्रद रही तो ऐसी ही अन्य जानकारी से भरपूर आप हमारे अन्य आर्टिकल्स पढ़ सकते हैं।